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Gold rate prediction : 20 मई 2025 के सप्ताह के लिए सोने की कीमत का पूर्वानुमान – क्या यह खरीदने या बेचने का सही समय है?

 

Gold price outlook today  : 

सोने को पारंपरिक रूप से एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, लेकिन वर्तमान में जारी भू-राजनीतिक तनाव और अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता में हालिया घटनाक्रमों ने निवेशकों को उलझन में डाल दिया है कि वे सोना खरीदें, बेचें या होल्ड करें। इस असमंजस को और बढ़ा दिया है मूडीज़ द्वारा अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग को घटाकर Aaa से Aa1 करने के फैसले ने।


अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता में लगातार हो रहे बदलाव, मजबूत होता अमेरिकी डॉलर और बदलती निवेशक भावना के चलते सोने की कीमतों में अस्थिरता बनी रही। इस बीच, मूडीज़ द्वारा अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग घटाने के फैसले ने बाज़ार में और अधिक अनिश्चितता पैदा कर दी।




मोतिलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर एनालिस्ट, मानव मोदी के अनुसार, पिछले हफ्ते की शुरुआत में सोने की कीमतें स्थिर थीं, लेकिन सप्ताह के अंत तक यह छह महीनों में सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट की ओर अग्रसर थीं। इसकी मुख्य वजह थी मजबूत अमेरिकी डॉलर और अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध को लेकर घटती चिंताएं। दोनों देशों ने 90 दिनों के लिए नए टैरिफ पर रोक लगाने का समझौता किया, जिससे बाज़ार में जोखिम घटा और सोने का आकर्षण कम हो गया।


इसी दौरान अमेरिका के कमजोर खुदरा बिक्री और मुद्रास्फीति डेटा से सोने को कुछ समय के लिए समर्थन मिला, लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप और फेडरल रिजर्व गवर्नर पॉवेल की टिप्पणियों से बाज़ार में उतार-चढ़ाव बढ़ गया। सोने की कीमत ₹3,200 के पार भी गई, लेकिन दोनों देशों द्वारा टैरिफ में 115% की कटौती के चलते बना सकारात्मक माहौल सोने की मांग को कमजोर करता रहा।


घरेलू मोर्चे पर, मजबूत अमेरिकी डॉलर और USDINR में अचानक आई तेजी ने सोने की कीमतों को सहारा दिया। जैसे-जैसे निवेशकों का आत्मविश्वास बढ़ता है, वे जोखिम भरे एसेट्स की ओर रुख करते हैं, जिससे अनिश्चितताओं में चमकने वाला सोना कमज़ोर पड़ता है।


सप्ताहांत में मूडीज़ ने अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग को घटाकर Aaa से Aa1 कर दिया, यह कदम देश के बढ़ते कर्ज और ब्याज भुगतान की संभावनाओं को देखते हुए उठाया गया। इससे पहले फिच और एसएंडपी भी इसी तरह की रेटिंग कटौती कर चुके हैं। हालांकि, भू-राजनीतिक तनाव और कमजोर आर्थिक आंकड़े अब भी मिलेजुले संकेत दे रहे हैं, जिससे सोने की कीमतें किसी भी नई जानकारी पर संवेदनशील बनी हुई हैं।


इस सप्ताह सोना ₹91,500 से ₹95,500 के दायरे में कारोबार कर सकता है। घरेलू स्तर पर ₹90,500 एक मजबूत सपोर्ट ज़ोन बना हुआ है। जब तक यह स्तर नहीं टूटता, तब तक नई बिकवाली से बचना चाहिए।


(अस्वीकरण: बाज़ार से जुड़ी राय और निवेश की सिफारिशें विशेषज्ञों की निजी राय होती हैं और इसका 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' से कोई संबंध नहीं

 है।)








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